सुपौल में मिरचैया नदी हादसा: नाव पलटने से पांच महिलाओं की लापता, परिवार में शोक की लहर

सुपौल में मिरचैया नदी हादसा: नाव पलटने से पांच महिलाओं की लापता, परिवार में शोक की लहर

सुपौल में मिरचैया नदी हादसा: नाव पलटने से पांच महिलाओं की लापता, परिवार में शोक की लहर
सुपौल में मिरचैया नदी हादसा: नाव पलटने से पांच महिलाओं की लापता, परिवार में शोक की लहर

NBL PATNA : त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के बेलापट्टी वार्ड संख्या – 1 स्थित मिरचैया नदी में बुधवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब नाव अचानक पलट गई। इस घटना में छातापुर प्रखंड के डहरिया चकला वार्ड संख्या – 2 निवासी मल्लाह समाज के एक ही परिवार की पाँच महिलाएं नदी में समा गईं। ग्रामीणों की मदद से एक महिला को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि चार महिलाएं अभी भी लापता हैं। देर रात से ही सुपौल एनडीआरएफ की टीम लगातार चारों लाशों की खोज में जुटी हुई है। इस हृदयविदारक घटना की खबर मिलते ही विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं समाजसेवी श्री संजीव मिश्रा घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर गहरी संवेदना व्यक्त की। उनके साथ छातापुर क्षेत्र के कई समाजसेवी, बुद्धिजीवी और शिक्षकगण भी मौजूद रहे, जिन्होंने इस हादसे को लेकर गहरा आक्रोश और दुख जताया।

स्थानीय शिक्षक प्रतिनिधियों ने कहा कि मल्लाह समाज जिनके श्रम और साहस से समाज का आवागमन और आजीविका चलती है, वे आज सबसे अधिक उपेक्षित और असुरक्षित हैं। शिक्षा और सुरक्षा की कमी के कारण ही इस तरह के हादसे बार-बार घटते हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि इस समाज को विशेष संरक्षण और सुरक्षा प्रदान की जाए। श्री संजीव मिश्रा ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह हादसा प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है। उन्होंने बताया कि नाव संचालन बिना सुरक्षा मानक और पर्याप्त निगरानी के हो रहा है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि पीड़ित परिवारों को तत्काल आपातकालीन मुआवजा और हर संभव सहयोग प्रदान किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोर दिया कि नदी पार करने वाले सभी नाविकों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए ठोस योजना बनाई जानी चाहिए। हर नाव पर लाइफ जैकेट, रस्सी और प्रशिक्षित नाविक की व्यवस्था अनिवार्य होनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

अंत में, श्री संजीव मिश्रा ने मृतक महिलाओं के परिजनों को ढाढ़स बंधाया और भरोसा दिलाया कि वे और उनकी पार्टी इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने शिक्षकों और समाजसेवियों से अपील की कि वे पीड़ित परिवारों के साथ मिलकर हर संभव सहायता प्रदान करें। इस दुखद हादसे ने न केवल मल्लाह समाज को हिला कर रख दिया है, बल्कि प्रशासन और सरकार के प्रति स्थानीय लोगों की सुरक्षा संबंधी चिंताओं को भी उजागर किया है। एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन द्वारा बचाव कार्य जारी है, और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही लापता महिलाओं का पता चल सकेगा।